हरम प्रशासन की नई गाइडलाइंस
Saudi Arabia के हरम शरीफ प्रशासन (इदारा उमूर-ए-हरमैन) ने हज और उमरा ज़ायरीनों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इनमें कुछ आम गलतियों की ओर इशारा करते हुए ज़ायरीनों से इन्हें न करने की अपील की गई है।
ख़ाना काबा की दीवारों और ग़िलाफ़ को छूना इस्लामिक तौर पर सही नहीं
हरम प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि ख़ाना काबा की दीवारों और उसके ग़िलाफ़ को छूना इस्लामिक Point से सही नहीं है, क्योंकि यह किसी हदीस या सुन्नत से प्रमाणित नहीं है। प्रशासन ने बताया कि तवाफ़ के दौरान जायज़ अमल सिर्फ़ हजर-ए-असवद (काले पत्थर) और रुक्न-ए-यमानी की तरफ़ हाथ उठाकर तकबीर कहना है। यदि संभव हो तो हजर-ए-असवद को चूमना भी एक सुन्नत अमल है।
तवाफ़ के दौरान किन बातों का रखें ध्यान?
हरम प्रशासन ने तवाफ़ के दौरान ज़ायरीनों से कुछ अहम निर्देशों का पालन करने को कहा है:
- तवाफ़ के दौरान शोर-शराबा न करें और भीड़भाड़ से बचें।
- बिना किसी ज़रूरत के माताफ़ (तवाफ़ करने का क्षेत्र) में न रुकें।
- अनावश्यक रूप से हजर-ए-असवद को चूमने की कोशिश न करें, खासकर जब भीड़ अधिक हो।
- हरम शरीफ में तवाफ़ और इबादत के दौरान सुरक्षा कर्मियों की हिदायतों का पालन करें।
हरम शरीफ के अदब का ख्याल रखना ज़रूरी
प्रशासन ने कहा कि ज़ायरीनों को हरम शरीफ की पवित्रता और सम्मान का पूरा ख़्याल रखना चाहिए। ऐसे किसी भी अमल से बचना चाहिए जो वहां के माहौल को प्रभावित करे या अन्य लोगों को परेशानी में डाले।
हरम प्रशासन द्वारा जारी ये निर्देश इस्लामी नियमों के अनुसार ज़ायरीनों की सहूलियत और हरम शरीफ में अनुशासन बनाए रखने के लिए दिए गए हैं।