दुबई ने निवेशकों के लिए बड़ा कदम उठाते हुए ‘One Free Zone Passport’ पेश किया है। इसके ज़रिए कंपनियाँ हर फ्री ज़ोन में एक ही लाइसेंस से काम कर पाएँगी, जिससे प्रक्रिया आसान और किफ़ायती हो जाएगी।
एकीकृत लाइसेंस की अहमियत
पहले कंपनियों को हर फ्री ज़ोन के लिए अलग लाइसेंस की ज़रूरत होती थी, लेकिन अब एक ही परमिट से सभी जगह कारोबार किया जा सकेगा। बिज़नेस जगत इसे बड़ा बदलाव मान रहा है।
वैश्विक ब्रांड की पहली पहल
लुई विस्टन ने इस सुविधा का सबसे पहले इस्तेमाल किया। सिर्फ पाँच दिनों में कंपनी ने JAFZA में गोदाम और DWTC में दफ़्तर खोल लिया।
समय और खर्च में बचत
नई व्यवस्था से अलग-अलग प्रक्रियाओं की ज़रूरत खत्म होगी। विस्तार में समय और लागत दोनों घटेंगे।
किन्हें मिलेगा फायदा?
लॉजिस्टिक्स, टेक्नोलॉजी, रिटेल, क्रिएटिव एजेंसियों और स्टार्टअप्स को सबसे ज्यादा लाभ होगा। विदेशी और स्थानीय निवेशक दोनों इससे जुड़ सकेंगे।
सीमाएँ और शर्तें
कुछ गतिविधियाँ इसमें शामिल नहीं हैं, जैसे कर्मचारियों का ट्रांसफर, रिटेल सेक्टर की कुछ सेवाएँ और वर्चुअल ऑफिस का इस्तेमाल।
दुबई की आर्थिक रणनीति
यह पहल दुबई की Economic Agenda D33 का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य 2033 तक GDP को दोगुना करना है। इससे दुबई का वैश्विक व्यापारिक केंद्र के रूप में दर्जा और मजबूत होगा।