सऊदी अरब में काम करने वाले वर्करों के लिए नई व्यवस्था लागू
सऊदी अरब की नई श्रम नीति, Saudi Arabia New Labor Law, के मुताबिक अब विदेशी कामगारों को तीन अलग-अलग वर्गों में वर्गीकृत किया जाएगा। Ministry of Human Resources का कहना है कि यह वर्गीकरण वर्कर की क्षमता और योग्यता के आधार पर तय किया जाएगा।
तीन नई वर्कर कैटेगरी की पूरी जानकारी
हाई स्किल वर्कर (High Skill Worker)
इस श्रेणी में डॉक्टर, इंजीनियर, आईटी एक्सपर्ट जैसे पेशेवर शामिल किए जाएंगे। ये वो लोग होंगे जो किसी खास क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं और तकनीकी या पेशेवर योग्यता रखते हैं।
स्किल्ड वर्कर (Skilled Worker)
इस कैटेगरी में वे लोग आएंगे जिनके पास किसी टेक्निकल फील्ड का हुनर है जैसे कि:
- इलेक्ट्रीशियन
- टेक्नीशियन
- प्लंबर
- कारपेंटर
यदि आपके पास किसी प्रकार का व्यावसायिक अनुभव या तकनीकी योग्यता है, तो आपको कुशल श्रमिक की श्रेणी में रखा जाएगा।
बेसिक वर्कर (Basic Worker)
बेसिक वर्कर वे लोग होंगे जो फिजिकल लेबर जैसे लोडिंग, अनलोडिंग, या सामान्य श्रमिक कार्य करते हैं। इनके पास कोई विशेष तकनीकी योग्यता नहीं होती।
सैलरी और इकामा भी कैटेगरी के हिसाब से
वर्कर की जिस कैटेगरी में पहचान होगी, उसी आधार पर उसे सैलरी दी जाएगी। साथ ही, उसका Work Permit (Iqama) भी उसी श्रेणी के अनुसार जारी किया जाएगा। इसका मतलब है कि हर श्रेणी के लिए अलग-अलग न्यूनतम वेतन तय होगा।
क्यों किया गया यह बदलाव?
सऊदी हुकूमत के अनुसार यह फैसला Saudi Vision 2030 के तहत लिया गया है। इसका मकसद लेबर मार्केट को और ज्यादा professional, efficient और organized बनाना है ताकि विदेशों से आने वाले वर्करों को सही पहचान और सम्मान मिल सके।