फ्लाइट के दौरान अचानक बिगड़ा मौसम
दिल्ली से श्रीनगर जा रही IndiGo flight 6E 2142 में शुरुआत में सब कुछ सामान्य था। लेकिन उड़ान के बीच मौसम अचानक बदल गया। जहाज तेज़ झटकों से हिलने लगा। यात्रियों में डर फैल गया। बच्चों की रोने की आवाजें और लोगों की दुआएं केबिन में गूंजने लगीं। हर कोई घबराया हुआ था।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए खतरनाक पल
फ्लाइट के अंदर का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। वीडियो में बिजली की चमक साफ दिख रही है। केबिन में रखा सामान झटकों से नीचे गिर गया। कुछ लोग जोर-जोर से प्रार्थना कर रहे थे। कुछ यात्री घबराकर चिल्ला रहे थे। हर चेहरा डर से भरा हुआ नजर आ रहा था।
क्रू और पायलट ने शांत दिमाग से संभाला मामला
जैसे ही झटके तेज़ हुए, क्रू ने यात्रियों से सीट बेल्ट बांधने को कहा। उन्होंने यात्रियों को शांत रहने के लिए कहा। पायलट ने स्थिति को जल्दी समझा और श्रीनगर एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया। उन्होंने इमरजेंसी लैंडिंग का फैसला लिया। विमान को सुरक्षित उतारा गया। कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
फ्लाइट से उतरने के बाद दिखी असली तस्वीर
यात्री जब बाहर निकले तो उन्होंने राहत की सांस ली। लेकिन जब उन्होंने विमान की स्थिति देखी, तो हैरान रह गए। फ्लाइट का आगे का हिस्सा यानी नोज कोन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त था। लोग ईश्वर को धन्यवाद देने लगे। यात्रियों ने पायलट की तारीफ की। उन्होंने कहा कि अगर समय पर फैसला न लिया गया होता, तो कुछ भी हो सकता था।
टर्बुलेंस क्या होता है?
टर्बुलेंस तब होता है जब हवा के रास्ते में रुकावट आती है। खराब मौसम, तेज़ आंधी या ओलावृष्टि इसके कारण बनते हैं। इससे विमान असंतुलित हो जाता है। कई बार विमान ऊंचाई से नीचे भी आने लगता है। हालांकि पायलट और क्रू को इससे निपटने की पूरी ट्रेनिंग दी जाती है। लेकिन आम यात्रियों के लिए यह अनुभव डरावना हो सकता है।
इंडिगो का बयान
इंडिगो ने कहा कि फ्लाइट को रास्ते में ओलावृष्टि का सामना करना पड़ा। क्रू ने कंपनी के प्रोटोकॉल का पालन किया। फ्लाइट को सुरक्षित श्रीनगर में उतारा गया। एयरपोर्ट टीम ने यात्रियों की देखभाल की। विमान की जांच और मरम्मत के बाद उसे फिर से उड़ान के लिए तैयार किया जाएगा।
इस घटना से यह साफ है कि जब क्रू और पायलट शांत रहते हैं और सही समय पर सही निर्णय लेते हैं, तो बड़ी से बड़ी परेशानी भी टल सकती है।