परिचय
Saudi Arab अब अपने आर्थिक मॉडल को पूरी तरह बदल रहा है। देश की सरकार चाहती है कि अर्थव्यवस्था सिर्फ तेल पर निर्भर न रहे। इसलिए अब ध्यान नई इंडस्ट्री, तकनीक और नवीकरणीय ऊर्जा पर है। तेल देश की रीढ़ बना रहेगा, लेकिन भविष्य का रास्ता अब विविध ऊर्जा स्रोतों और नवाचार से तय होगा।
🛢️ तेल से कमाई जारी, लेकिन फोकस नई ऊर्जा पर — मंत्री का बयान
एक हालिया इंटरव्यू में सऊदी मंत्री ने बताया कि देश की तेल से आमदनी अभी भी मजबूत है। लेकिन इसके साथ ही, किंगडम अब सोलर, विंड और हाइड्रोजन एनर्जी जैसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहा है।
सरकार का उद्देश्य है कि आने वाले समय में एक ऐसी अर्थव्यवस्था बने जो सिर्फ तेल पर आधारित न हो, बल्कि स्थायी और विविध स्रोतों से चलने वाली हो।
👷♂️ एक्सपैट्स के लिए नए रोजगार के अवसर — 2025 से 2030 का रुझान
इस बदलाव का सीधा असर प्रवासी कर्मचारियों (Expats) पर पड़ेगा। कई सेक्टरों में नई नौकरियाँ बढ़ेंगी, जबकि कुछ क्षेत्रों में मांग घट सकती है।
सऊदी विज़न 2030 के तहत सरकार ऐसी इंडस्ट्री विकसित कर रही है जहाँ विदेशी कामगारों की भूमिका अहम बनी रहे।
📈 जिन सेक्टरों में बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
आने वाले वर्षों में निम्न सेक्टरों में एक्सपैट्स के लिए रोजगार बढ़ने की संभावना है:
- नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy)
- टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)
- हेल्थकेयर और मेडिकल सर्विसेज
- कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर
- टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर
इन क्षेत्रों में देश को बड़ी संख्या में प्रशिक्षित विदेशी कर्मचारियों की ज़रूरत होगी।
⚠️ जहाँ घट सकती हैं नौकरियाँ — Saudization और ऑटोमेशन का असर
कई सेक्टरों में सऊदीकरण (Saudization) और तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल की वजह से विदेशी कर्मचारियों की नौकरियाँ कम हो सकती हैं:
- लो-स्किल लेबर और सामान्य मजदूरी वाले कार्य
- बेसिक एडमिन, क्लर्क या कस्टमर सर्विस रोल्स
- पुराने ऑयल-फील्ड सपोर्ट जॉब्स
- इन पदों पर स्थानीय सऊदी नागरिकों को प्राथमिकता दी जा रही है।
🌍 नई अर्थव्यवस्था का मतलब — स्किल ही असली ताकत
सऊदी अरब अब “नॉलेज-बेस्ड इकॉनमी” की तरफ बढ़ रहा है। इसका सीधा अर्थ है कि भविष्य उन्हीं एक्सपैट्स का होगा जिनके पास:
- टेक्निकल एक्सपर्टीज़,
- मैनेजमेंट स्किल,
- या स्पेशलाइज्ड इंजीनियरिंग और मेडिकल नॉलेज हो।
कम स्किल वाली नौकरियाँ धीरे-धीरे स्थानीय लोगों के हिस्से में जाएँगी, इसलिए विदेशी कर्मचारियों के लिए स्किल अपग्रेड अब ज़रूरी हो गया है।
✍️ निष्कर्ष
सऊदी अरब का यह आर्थिक परिवर्तन सिर्फ देश की दिशा नहीं बदलेगा, बल्कि लाखों एक्सपैट्स के भविष्य को भी नया आकार देगा।
आने वाले समय में जो प्रवासी नई टेक्नोलॉजी और स्किल्स को अपनाएंगे, वही इस बदलती अर्थव्यवस्था में स्थायी जगह बना पाएंगे।