कुवैत में पहचान धोखाधड़ी
Kuwait में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक Philippini महिला ने फर्जी पहचान के जरिए कुवैती नागरिकता हासिल कर ली। हाल ही में हुए डीएनए परीक्षण से यह धोखाधड़ी उजागर हुई, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और पहचान सत्यापन प्रणाली पर गंभीर सवाल उठे हैं।
कैसे हुआ यह फर्जीवाड़ा?
1989 में एक कुवैती व्यक्ति ने फिलीपींस में शादी की। 1990 के दशक में जब वह अपनी पत्नी को कुवैत लाने की योजना बना रहा था, तो उसकी पत्नी ने अपनी भतीजी को भी साथ लाने की इच्छा जताई। लेकिन कानूनी अड़चनों के कारण यह संभव नहीं था।
इस समस्या को हल करने के लिए उस व्यक्ति ने अपनी भतीजी को अपनी जैविक संतान बताकर फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए। असली जन्म तिथि 1987 थी, जो उनकी शादी से पहले की थी। इस गलती को छुपाने के लिए विवाह की तारीखों में हेरफेर किया गया ताकि लड़की का जन्म विवाह के बाद का लगे।
डीएनए जांच में हुआ पर्दाफाश
कुछ वर्षों बाद, कुवैत में डीएनए परीक्षण अनिवार्य हुआ तो इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। जांच में पता चला कि लड़की के असली माता-पिता फिलीपींस में हैं और वह कुवैती नागरिक नहीं है।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रभाव और विवाद
यह मामला साबित करता है कि फर्जी नागरिकता कुवैत की सुरक्षा के लिए खतरा है। सरकार ने अब डीएनए परीक्षण को अनिवार्य कर दिया है, लेकिन मानवाधिकार संगठनों ने इसे निजता का उल्लंघन बताया है। संयुक्त राष्ट्र ने भी इस कानून में बदलाव की सिफारिश की है।