महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा: Mamta Kulkarni ने लगाए गंभीर आरोप, जानिए पूरी कहानी

Mamta Kulkarni ने लगाए गंभीर आरोप

बॉलीवुड से सन्यास लेकर साध्वी बनीं Mamta Kulkarni ने हाल ही में किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस फैसले के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं, जिससे यह मामला सुर्खियों में आ गया है।

इस्तीफे का कारण

ममता कुलकर्णी ने Social Media पर एक वीडियो जारी कर इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने दावा किया कि किन्नर अखाड़े की आचार्य लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने उनसे दो लाख रुपये की मांग की थी। यह राशि महामंडलेश्वर जय अंबा ने उनकी ओर से लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को दी थी।

महामंडलेश्वर पद तक का सफर

Mamta Kulkarni ने 24 January 2025 को प्रयागराज महाकुंभ में संगम स्नान कर गृहस्थ जीवन छोड़ने और सन्यास धारण करने की घोषणा की थी। इसके बाद किन्नर अखाड़े ने उनका पिंडदान कर महामंडलेश्वर पद पर नियुक्त किया और उन्हें नया नाम ‘माई ममता नंद गिरी’ दिया।

विवादों में घिरीं ममता

महामंडलेश्वर बनने के बाद से ही Mamta Kulkarni विवादों से घिरी रहीं। किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने उनकी नियुक्ति पर आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया कि ममता के डी-कंपनी से संबंध रहे हैं और इस मामले की जांच होनी चाहिए।

ममता का जवाब

इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए Mamta Kulkarni ने स्पष्ट किया कि वह पिछले 25 वर्षों से साध्वी जीवन जी रही हैं और उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। उन्होंने हिमांगी सखी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें ब्रह्म विद्या की समझ नहीं है और वे केवल बेबुनियाद आरोप लगा रही हैं।

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यह मामला अब और तूल पकड़ता जा रहा है, और देखना दिलचस्प होगा कि आगे इसमें क्या नया मोड़ आता है।

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