ममता बनर्जी के निष्कासन पर कांग्रेस नेता का चौंकाने वाला बयान
Political Drama: पश्चिम बंगाल में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रदीप भट्टाचार्य ने हाल ही में ऐसा बयान दिया, जिससे राजनीतिक हलचल मच गई है। उनका कहना है कि कांग्रेस अब भी ममता बनर्जी के निष्कासन का प्रायश्चित कर रही है। यह बयान उन्होंने कोलकाता में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिया।
क्या कहा प्रदीप भट्टाचार्य ने?
भट्टाचार्य ने सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा,
“ममता बनर्जी का निष्कासन कांग्रेस पार्टी के लिए एक ऐतिहासिक गलती साबित हुआ। मैंने उस समय इस फैसले के खिलाफ चेतावनी दी थी। लेकिन पार्टी पर केंद्रीय नेतृत्व का दबाव था।”
यह बयान उन्होंने स्वर्गीय सोमेन्द्रनाथ मित्रा की प्रतिमा के अनावरण के दौरान दिया। मित्रा, जो उस समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे, को पार्टी के केंद्रीय नेताओं के निर्देश पर ममता बनर्जी को निष्कासित करना पड़ा।
ममता बनर्जी का निष्कासन: एक ऐतिहासिक मोड़
21 दिसंबर, 1997 को कांग्रेस ने ममता बनर्जी को पार्टी से निष्कासित कर दिया। इसके कुछ ही दिनों बाद, 1 जनवरी, 1998 को उन्होंने अपनी नई पार्टी तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की।
- 2011 में ममता बनर्जी ने वामपंथी शासन को हराकर सत्ता में आईं।
- तब से तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में अपना दबदबा कायम रखा है।
- दूसरी ओर, कांग्रेस का वोट शेयर लगातार गिरता गया, और आज पश्चिम बंगाल विधानसभा में पार्टी का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है।
नेताओं की मिली-जुली प्रतिक्रिया
तृणमूल कांग्रेस का समर्थन
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने भट्टाचार्य के बयान को सही ठहराते हुए कहा,
“ममता बनर्जी हमेशा सीपीएम के खिलाफ मजबूती से लड़ीं। कांग्रेस में उस समय ऐसा साहस कम ही देखने को मिला।”
कांग्रेस नेताओं की अलग राय
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा,
“ममता बनर्जी का निष्कासन अब पुरानी बात हो चुकी है, लेकिन जब से वह सत्ता में आईं, उन्होंने कांग्रेस को कमजोर करने की पूरी कोशिश की।”
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की प्रतिक्रिया
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने इस बयान से दूरी बनाते हुए कहा कि उन्होंने भट्टाचार्य की पूरी टिप्पणी नहीं सुनी थी।