कुवैत में घरेलू कामगारों की समस्या
Kuwait Domestic: कुवैत में घरेलू कामगारों की भारी कमी देखी जा रही है। आंकड़े बताते हैं कि 70% घरेलू कामगारों के अनुबंध समाप्त हो चुके हैं, जिससे इस क्षेत्र में श्रमिकों की भारी कमी का खतरा बढ़ गया है।
नए श्रमिक लाने के प्रयास
कुवैत ने Domestic Labour Market को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। मई में, कुवैत ने Ethiopia के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। हालांकि, यह समझौता अक्टूबर में अनुमोदित हुआ था, लेकिन इससे संबंधित डिक्री अब तक लागू नहीं हुई है।
भर्ती प्रक्रिया में देरी
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि श्रमिकों की भर्ती में हो रही देरी, खासतौर से Ethiopian कामगारों की उपलब्धता को प्रभावित कर सकती है। कुवैत के घरेलू श्रम विशेषज्ञ बासम Al Shamri के अनुसार, “इथियोपियाई पक्ष के साथ बातचीत चार साल तक चली, लेकिन डिक्री जारी होने के बाद भी इसे लागू करने में देरी हो रही है।”
उन्होंने यह भी कहा कि विभागीय समन्वय की कमी इस देरी का मुख्य कारण है।
घरेलू श्रमिकों की मांग और आपूर्ति में असंतुलन
बासम अल शमरी ने बताया कि घरेलू कामगारों की मांग बढ़ रही है, लेकिन उनकी आपूर्ति में कमी हो रही है। इसका कारण नए देशों के साथ श्रमिकों की भर्ती के लिए समझौतों का अभाव और स्थानीय बाजार में श्रमिकों की गिरती संख्या है।
श्रमिकों की संख्या और प्रमुख देश
जून 2024 तक कुवैत में घरेलू कामगारों की कुल संख्या 8,33,000 थी। इनमें 54% महिलाएं थीं। फिलीपिनो श्रमिक 1,70,000 के साथ सबसे अधिक थे, जबकि श्रीलंका से 1,02,000 कामगार कुवैत में कार्यरत थे।
अनुबंध समाप्ति का प्रभाव
अल शमरी ने कहा, “कुवैत में घरेलू कामगारों का बड़ा हिस्सा अनुबंध समाप्ति के बाद देश छोड़ने की तैयारी में है। इससे घरेलू कामगार बाजार में आपूर्ति और मांग के बीच गंभीर असंतुलन पैदा हो गया है।”
फिलीपिनो श्रमिकों पर प्रतिबंध हटाया गया
पिछले जून में कुवैत ने फिलीपिनो घरेलू कामगारों पर लगाए गए वीजा प्रतिबंध को हटा लिया। यह प्रतिबंध एक श्रम विवाद के बाद लगाया गया था। कुवैत ने यह कदम तब उठाया जब दोनों पक्ष विवाद सुलझाने पर सहमत हुए।
समाधान की जरूरत
कुवैत को घरेलू कामगारों की समस्या हल करने के लिए भर्ती प्रक्रिया तेज करनी होगी। नए देशों के साथ समझौते करना और मौजूदा प्रक्रियाओं में सुधार लाना भी जरूरी है। इससे आपूर्ति और मांग के बीच संतुलन बन सकेगा और घरेलू कामगारों की कमी की समस्या का समाधान हो सकेगा।