Hindi News: बिहार के बेगूसराय से सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार (25 दिसंबर 2024) को बयान दिया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को उनके योगदान के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार ने बिहार के विकास के लिए उत्कृष्ट कार्य किया है, वहीं नवीन पटनायक ने भी ओडिशा में लंबे समय तक सेवा देकर राज्य को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। ऐसे नेताओं को भारत रत्न जैसे सर्वोच्च सम्मान से नवाजा जाना चाहिए।”
गिरिराज सिंह का यह बयान बिहार भाजपा के हालिया संकेतों के संदर्भ में महत्व रखता है। भाजपा ने घोषणा की है कि आगामी विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा।
श्री सिंह ने नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने बिहार को सड़कों, स्कूलों और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के जरिए प्रगति के पथ पर अग्रसर किया है। उन्होंने नवीन पटनायक की भी सराहना की, जो ओडिशा में लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहते हुए राज्य में विकास लाने में सफल रहे।
उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय जनता दल के शासन के दौरान बिहार में बुनियादी ढांचे की स्थिति दयनीय थी। लेकिन नीतीश कुमार ने 2005 में सत्ता में आने के बाद राज्य में एक बड़ा बदलाव किया। इसी तरह, नवीन पटनायक ने ओडिशा में निरंतर प्रगति सुनिश्चित की। दोनों नेता भारत रत्न के लिए उपयुक्त हैं।”
राजनीतिक समीकरण और अटकलें
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गरम है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में स्पष्ट किया कि भाजपा बिहार में महाराष्ट्र जैसी कोई रणनीति नहीं अपनाएगी। भाजपा ने यह भी साफ कर दिया है कि चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
हालांकि, नीतीश कुमार की इस मामले में चुप्पी से राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि मुख्यमंत्री फिर से कोई बड़ा राजनीतिक कदम उठा सकते हैं।
वहीं, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय पर भाजपा का नियंत्रण है। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में हैं।”
राज्य में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी “प्रगतियात्रा” के पहले चरण में हैं, जो 28 दिसंबर को समाप्त होगी। वहीं, तेजस्वी यादव “कार्यकर्ता संवाद यात्रा” के माध्यम से जमीनी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं।