नई दिल्ली:
BJP VS CONG: कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने भाजपा पर डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक स्थान को लेकर “राजनीतिक लाभ” उठाने का आरोप लगाया। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर अटल बिहारी वाजपेयी जी को राजघाट पर स्मारक नहीं मिलता, तो भाजपा कैसा महसूस करती।
सिद्धू ने पत्रकारों से कहा, “जब कोई दुनिया छोड़ जाता है, तो दुश्मनी भी खत्म हो जानी चाहिए। लेकिन यहां राजनीति हो रही है। अगर अटल जी का स्मारक नहीं बनता, तो भाजपा को कैसा लगता?”
आप का बयान:
आप सांसद संजय सिंह ने भी केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने इसे “बहुत दुर्भाग्यपूर्ण” बताया कि ऐसे मुद्दों पर बहस हो रही है। उन्होंने सरकार से पूछा, “क्या सिख समुदाय की भावनाओं का सम्मान नहीं होना चाहिए? क्या आप किसी ऐसे पूर्व प्रधानमंत्री का नाम बता सकते हैं, जिनका अंतिम संस्कार राजघाट के बाहर हुआ हो?”
कांग्रेस का पक्ष:
कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इसे “देश की इच्छा” बताया। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ कांग्रेस की मांग नहीं है। पूरे देश की भावना है कि डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार उसी स्थान पर हो, जहां उनका स्मारक बनेगा।”
भाजपा का जवाब:
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने ही नेताओं का सम्मान नहीं करती। उन्होंने कहा, “दुख की इस घड़ी में राजनीति से बचना चाहिए। मोदी सरकार ने हमेशा नेताओं का सम्मान किया है, चाहे वह पीवी नरसिम्हा राव हों या प्रणब मुखर्जी।”
सरकार का निर्णय:
कैबिनेट बैठक के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी। हालांकि, उन्होंने औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए समय की जरूरत बताई।
डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें उम्र संबंधी बीमारियों के कारण एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी मृत्यु हो गई।